बेवजह दूर रहते हो शोख रंगों से तेरे लरजते लब सुर्ख लाल तो है ! बेवजह दूर रहते हो शोख रंगों से तेरे लरजते लब सुर्ख लाल तो है !
स्त्रियों में ऐसा क्या है, जों वो नजरों से परख लेती हैं शायद उनकी मासूमियत, उन्हें इसक स्त्रियों में ऐसा क्या है, जों वो नजरों से परख लेती हैं शायद उनकी मासूमियत, उ...
सभी का अपना ही अलग अन्दाज़ होता है सभी का अपना ही अलग अन्दाज़ होता है
इस समय वतन हमारा ऐसा है, ज़्यादातर सबको प्यारा पैसा है। इस समय वतन हमारा ऐसा है, ज़्यादातर सबको प्यारा पैसा है।
पर ये जो ज़िंदादिली है, तुम से ही है। पर ये जो ज़िंदादिली है, तुम से ही है।
अलग हुए गण और तंत्र को एक साथ जोड़ जाते हैं। अलग हुए गण और तंत्र को एक साथ जोड़ जाते हैं।